ईथर के निर्माण की सामान्य विधियाँ ( General methods of preparation of Ethers )

ईथर के निर्माण की सामान्य विधियाँ (General methods of preparation of Ethers )

ईथर का निर्माण निम्न विधियों द्वारा किया जा सकता है -
(1) हैलोऐल्केन द्वारा -
 हैलोएल्केन (एल्किल हैलाइड) से ईथर बनाने के लिए निम्नलिखित विधियां प्रयोग में लाई जाती है-
(a) विलियमसन संश्लेषण द्वारा -
यह ईथर निर्माण की एक श्रेष्ठ विधि है| इस विधि में एल्किल हैलाइड की क्रिया उपयुक्त सोडियम (या पोटैशियम)अल्कॉक्साइड के साथ कराई जाती है|

R-ONa + R-X ------> R-O-R + NaX 

CH3-ONa + CH3Br  ------> CH3-O-CH3 + NaBr  

C6H5-ONa + CH3Br  ------> C6H5-O-CH3 + NaBr 

(b) हैलोएल्केन को शुष्क सिल्वर ऑक्साइड के साथ गर्म करके- 

हैलोएल्केन को शुष्क सिल्वर ऑक्साइड के साथ गर्म करके भी इधर का निर्माण किया जा सकता है जैसे-
2CH3CH2Br + Ag2O -------> CH3-O-CH3 + 2AgBr 

(2) ऐल्कोहलो से -
(a) ऐल्कोहलो के निर्जलन से -
जब अल्कोहल के आधिक्य को 413 K पर सांद्र H2SO4 के साथ गर्म करते हैं तो एक अणु ईथर व एक अणु जल बनता है |
                   conc.H2SO4
ROH + HOR ----------------> ROR + H2O 
CH3CH2OH + HOCH2CH3 -----------> CH3CH2OCH2CH3 + H2O

(3) एल्कीनों से -
एल्कोहॉल व एल्कीनों को अम्लों की उपस्थिति में योग से ईथर बनता है |
                                           H2SO4
CH3CH=CH2 + C2H5OH --------> CH3CHCH3
        |
        OC2H5

(4) ग्रिगनार्ड अभिकर्मक से -
हैलो ईथरों की उचित ग्रिगनार्ड अभिकर्मकों से क्रिया कराके उच्च ईथर प्राप्त करते हैं |

CH3O-CH2Cl + CH3MgBr ------> CH3-O-C2H5 + Mg(Cl)Br 



Comments

Popular posts from this blog

नाइट्रिक अम्ल ( Nitric acid )

Nutrition in human beings

Carbohydrates- Their Importance and Classification